एक अखरोट कर सकता है आपके मधुमेह को नियंत्रित

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एक नई स्टडी के अनुसार सेहतमंद रहने के लिए रोजाना अखरोट का सेवन बहुत जरूरी है. अखरोट में ओमेगा-3 फैटी एसिड और फाइबर भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं. एक नई स्टडी की रिपोर्ट में सामने आया है कि अखरोट के सेवन से दिल की बीमारी, स्ट्रोक और डायबिटीज का खतरा कम होता है.

स्टडी की रिपोर्ट में बताया गया है कि अखरोट के सेवन से शरीर में गुड कोलेस्ट्रोल की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे मेटाबोलिक सिंड्रोम से पीड़ित लोगों में टाइप-2 डायबिटीज, दिल की बीमारी और स्ट्रोक का खतरा कम होता है.

ये स्टडी न्यूट्रिशन रिसर्च और प्रेक्टिस जर्नल में प्रकाशित की गई है. स्टडी के लिए शोधकर्ताओं ने मेटाबोलिक सिंड्रोम से पीड़ित 119 कोरियन पुरुष और महिलाओं को 2 ग्रुप में बांटा. इसमें एक ग्रुप को 16 हफ्तों तक प्रति दिन 45 ग्राम अखरोट का सेवन करने के लिए कहा गया. जबकि, दूसरे ग्रुप ने व्हाइट ब्रेड का सेवन किया.

दोनों ग्रुपों को 16 सप्ताह के अंत में 6 सप्ताह के लिए आराम करने के लिए कहा गया. इसके बाद दोनों ग्रुपों को दोबारा से 16 हफ्तों के लिए अखरोट और व्हाइट ब्रेड दिए गए. परीक्षण के दौरान, लिपिड प्रोफाइल, एचबी 1 एसी स्तर, एडिपोनेक्टिन के स्तर के साथ-साथ लेप्टिन, एपोलिपोप्रोटीन बी को एंथ्रोपोमेट्रिक और बायोइम्पिडेंस डेटा के साथ चार बार मापा गया.

एक अखरोट कर सकता है आपके मधुमेह को नियंत्रित

मेटाबोलिक सिंड्रोम से होने वाली 5 गंभीर बीमारियां जैसे- ब्लड शुगर, ब्लज प्रेशर, कोलेस्ट्रोल लेवल, ट्राइग्लिसराइड और पेट का फैट भी मापा गया. नतीजों से सामने आया कि अखरोट के सेवन से मेटाबोलिक सिंड्रोम से पीड़ित लोगों की सेहत में काफी सुधार आया.

अखरोट (वॉलनट) को ‘ब्रेन फ़ूड’ कहा जाता है क्योंकि यह दिखने में दिमाग जैसा ही होता है। मज़ेदार बात यह है कि रिसर्च में यह बात साबित हो चुकी है कि नियमित तौर पर अखरोट (वॉलनट) खाने से दिमाग और ज़्यादा बेहतर तरीके से काम करता है।इसे डाइट में शामिल करना काफी आसान है और यह पोषक तत्वों से भरपूर होता है। ये बाकि के ज़्यादातर अन्य सूखे मेवों (नट्स), यहां तक कि बादाम से भी बेहतर हैं क्योंकि इनमें काफी अच्छी मात्रा में पॉलीअनसैचुरेटेड फैट, विटामिन और पोटेशियम, आयरन, जिंक और मैग्नीशियम जैसे मिनरल होते हैं। फाइबर और एंटी-ऑक्सीडेंट से भरपूर अखरोट (वॉलनट) सभी तरह के सूखे मेवों से बेहतर है। चलिए अब अखरोट (वॉलनट) के कुछ फायदों के बारे में जानते हैं। उन्हें सलाद के हिस्से के तौर पर, मिठाई के ऊपर या स्नैक (दिन और रात के खाने के बीच का कोई वक्त) के तौर पर अपनी डाइट में शामिल करें।

अखरोट के फायदे

जोड़ों के दर्द से दिलाएं निजात

अखरोट में अधिक मात्रा में कैल्शियम पाया जाता है, जिसके कारण गठिया, जोड़ों के दर्द और हड्डियों की कमज़ोरी दूर होती है। जिन महिलाओं को कैल्शियम की कमी होती है, उन्हें अखरोट जरूर खाना चाहिए। ये हड्डियों में सूजन को भी कम करता है।

ब्लड शुगर की समस्या को दूर करें

अखरोट ब्लड शुगर के स्तर को कंट्रोल रखने में मदद करता है। अखरोट का सेवन डायबिटीज़ के मरीजों के लिए गुणकारी होता है। इसके साथ ही ये शरीर में फास्टिंग इंसुलिन के स्तर को भी कम करता है।

मधुमेह

हार्ट के लिए फायदेमंद

अखरोट हार्ट को भी तंदुरुस्त एवं निरोगी रखने में लाभदायक है। अखरोट में गुड फैट और ओमेगा-3 फैटी एसिड होता है जो हृदय को स्वस्थ रखने में मदद करता है। रोजाना 25 ग्राम अखरोट का सेवन हृदय से जुड़ी समस्याओं हर समस्या से दूर रखता है।

दिमाग को तेज़ करे 

जहां अखरोट मानसिक तनाव को कम करता है, वहीं इसे खाने से दिमाग भी बहुत तेज़ होता है। इसे छोटे बच्चों को दिया जाए तो उनका दिमाग तेज़ी से बढ़ेगा। अखरोट हमारे मानसिक रुप को स्वस्थ और तंदुरुस्त रखता है।

म यह नहीं कह रहे हैं कि अखरोट (वॉलनट) आपके दिमाग के लिए इसलिए अच्छे हैं क्योंकि वे दिमाग जैसे दिखते हैं। ऐसे कई अध्ययन हैं जो दिमाग के बेहतर काम करने में अखरोट (वॉलनट) के फायदों को साबित करते हैं। उदाहरण के लिए, अखरोट (वॉलनट) में पाए जाने वाले पोषक तत्व दिमाग के अंदर ऑक्सीडेटिव क्षति और इंफ्लमैशन को रोकने में अहम भूमिका निभा सकते हैं।

कुछ रिसर्च में वयस्कों पर नज़र रखी गई, जिसमें देखा गया कि बेहतर याद्दाश्त, तेज प्रोसेसिंग स्पीड और मानसिक लचीलेपन सहित उनके दिमाग के कामकाज में सुधार करने में अखरोट (वॉलनट) की अहम भूमिका सामने आई।

इन सभी दावों के बावजूद, इंसान के दिमाग पर पर अखरोट (वॉलनट) के फायदों पर अभी और अध्ययन की ज़रुरत है। फिर भी आप हमेशा कुछ अखरोट (वॉलनट) खा सकते हैं क्योंकि वैसे भी वे आपकी सेहत के लिए अच्छे होते हैं।

त्वचा को निखारें

अखरोट को रोज़ाना खाने से स्किन में निखार आता है। इसका मुख्य कारण है इसमें पाया जाने वाला विटामिन ई और फोलेट। यह स्किन को फ्री-रेडिकल्स से बचाते है। इसी के साथ ये हमारी स्किन को बेदाग भी बनाता है।

कैंसर रोधी (एंटी-कैंसर)

अखरोट (वॉलनट) कैंसर के खतरों से लड़ सकता है। ये ओमेगा -3 फैटी एसिड और अन्य एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं जो कैंसर से लड़ने के लिए जाने जाते हैं। अखरोट (वॉलनट) खास तौर से प्रोस्टेट, ब्रेस्ट और पैंक्रियाटिक कैंसर के लिए काफी फायदेमंद होता है।

दिल की सेहत के लिए अच्छा है

अखरोट (वॉलनट) में अल्फा-लिनोलेनिक एसिड और लिनोलेनिक एसिड जैसे मोनोअनसैचुरेटेड फैटी एसिड भरपूर मात्रा में होते हैं। ये एक स्वस्थ लिपिड सप्लाई को प्रोत्साहित करते हैं। खराब कोलेस्ट्रॉल कम हो जाता है और अच्छे कोलेस्ट्रॉल का लेवल बढ़ जाता है। ये हाई ब्लड प्रेशर को कम करने में भी फायदेमंद होते हैं।

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अच्छा शरीर बनाए रखने में मदद करता है

अखरोट (वॉलनट) में फाइबर की की काफी अच्छी मात्रा होती है, इसलिए मुट्ठी भर अखरोट (वॉलनट) खाने के बाद आपको पेट भरा हुआ महसूस होता है। ये प्रोटीन से भरपूर होते हैं और सेहतमंद तरीके से वज़न घटाने में मदद करते हैं।

डायबिटीज वालों के लिए अच्छा होता है

अखरोट (वॉलनट) खाने से टाइप II डायबिटीज होने के जोखिम को कम किया जा सकता है। ये प्रोटीन, अच्छे फैट और फाइबर से भरपूर होते हैं। इन्हें खाने से वज़न नहीं बढ़ता है, इसलिए डायबिटीज के मरीज़ इन्हें बिना किसी चिंता के खा सकते हैं।

मेटाबोलिज्म बढ़ाता है

मुट्ठी भर अखरोट (वॉलनट) सुस्त पड़े हुए मेटाबोलिज्म को बढ़ा सकते हैं। वे ज़रूरी फैटी एसिड से भरपूर होते हैं और पाचन, ग्रोथ और विकास और अन्य मेटाबोलिक प्रक्रियाओं में मदद करते हैं।

हड्डियों के लिए अच्छा होता है

अखरोट (वॉलनट)  शरीर में कैल्शियम के अवशोषण (एब्ज़ोर्प्शन) को बढ़ाने में मदद करता है। वे मेटाबोलिक प्रक्रियाओं के दौरान कैल्शियम के उत्सर्जन (एक्सक्रीशन) को भी कम करते हैं।

एंटी-इंफ्लेमेटरी (शरीर में लाली, सूजन और दर्द कम करने वाला) है

अखरोट (वॉलनट) में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। डायबिटीज, संधिवात (रूमेटिज्म), गठिया (आर्थराइटिस) जैसी बीमारियां इंफ्लमैशन के कारण होती हैं। रोज़ाना अखरोट (वॉलनट) खाने से इन बीमारियों से बेहतर तरीके से मुकाबला करने में मदद मिलती है।

पाचन के लिए अच्छा होता है

अखरोट (वॉलनट) फाइबर से भरपूर होते हैं। इस वजह से, वे आंत को साफ करने और शरीर को डिटॉक्सीफाई करने में मदद करते हैं। ये मल को भारी  करते हैं और कब्ज से छुटकारा दिलाते हैं।

सेहत को बढ़ावा देने वाले बैक्टीरिया और अन्य रोगाणुओं के ज़्यादा मात्रा में होने से आपकी आंत की सेहत में सुधार हो सकता है। ऐसा करने का एक तरीका अखरोट (वॉलनट) खाना है। एक अस्वास्थ्यकर माइक्रोबायोटा के कारण आपकी आंत में सूजन हो सकती है, जिससे मोटापा, कैंसर और अन्य पुरानी बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है। इसलिए अखरोट (वॉलनट) खाने से ऐसा खतरों से बचा जा सकता है। उदाहरण के लिए, अखरोट (वॉलनट) को अपनी रोज़ाना की डाइट में शामिल करने से ब्यूटिरेट-उत्पादक बैक्टीरिया बढ़ सकता है, यह एक फैट है जो आंत की सेहत में सुधार करता है

 नींद लाने में मदद करता है

अखरोट (वॉलनट) मेलाटोनिन के उत्पादन में मदद करता है। यह एक हार्मोन है जो नींद लाने में मदद करता है। रात के खाने के बाद थोड़े अखरोट (वॉलनट) खाएं और एक बच्चे की तरह चैन की नींद लें।

नींद
नींद

 प्रजनन क्षमता (फर्टिलिटी) में सुधार करता है

अखरोट (वॉलनट) शुक्राणुओं (स्पर्म) के उत्पादन और उनकी गुणवत्ता में सुधार करने में मदद करता है। ये शुक्राणुओं (स्पर्म) की वाइटलिटी और गतिशीलता बढ़ाते हैं।

स्किन और बालों के लिए अच्छा होता है

वातावरण में मौजूद फ्री रेडिकल्स शरीर को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाते हैं। ये स्किन में रूखापन और झुर्रियां पैदा करने के लिए जिम्मेदार होते हैं। अखरोट (वॉलनट) इन फ्री रेडिकल्स से लड़ने में मदद करता है। अखरोट (वॉलनट) का नियमित तौर पर सेवन करने से आंखों के नीचे के काले घेरों को कम करने में मदद मिलती है।

रूखी त्वचा

 प्रेगनेंसी में मददगार होता है

गर्भवती महिलाओं को भ्रूण के उचित विकास के लिए पर्याप्त मात्रा में फोलेट लेना चाहिए। अखरोट (वॉलनट) में विटामिन B कॉम्प्लेक्स की अच्छी मात्रा होती है और यह भ्रूण के अच्छे विकास में मदद करता है।

 पुरुष की रिप्रोडक्टिव हेल्थ (प्रजनन स्वास्थ्य) में मदद करता है

रिसर्च से पता चलता है कि शुक्राणु (स्पर्म) स्वास्थ्य और पुरुष प्रजनन क्षमता में सुधार करना अखरोट (वॉलनट) से सेहत को होने वाले कई फायदों में से एक है। जानवरों पर किए गए अध्ययनों से पता चलता है कि अखरोट (वॉलनट) खाने से शुक्राणुओं (स्पर्म) की झिल्लियों पर ऑक्सीडेटिव क्षति को कम करके उनकी रक्षा की जा सकती है। पुरुष की रिप्रोडक्टिव हेल्थ (प्रजनन स्वास्थ्य) में सुधार करने में अखरोट (वॉलनट) की भूमिका की पुष्टि करने के लिए और ज़्यादा अध्ययन की ज़रुरत है। अगर आपको भी कोई ऐसी परेशानी है, तो भी आप बिना फ़िक्र किए हमेशा अपनी रोज़ाना की डाइट में कुछ अखरोट (वॉलनट) शामिल कर सकते हैं।

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