मधुमेह रोगियों के लिए लौंग कैसे फायदेमंद है ?
डायबिटीज के दौरान इंसान के शरीर में मौजूद खून का लेवल बढ़ जाना ही ब्लड शुगर के नाम से जाना जाता है। डायबिटीज कई कारणों से हो सकता है। इनमें अनियमित लाइफस्टाइल, खान-पान का सही न होना या फिर अनुवांशिक कारण शामिल हैं। डायबिटीज की बीमारी का इलाज सिर्फ इस पर नियंत्रण ही है।डायबिटीज के रोगियों को सही खान-पान और उचित दवाओं के सेवन पर ध्यान देना चाहिए। लेकिन क्या आपको पता है कि आपके घर में मौजूद लौंग आपके डायबिटीज की बीमारी को नियंत्रित कर सकता है।
लौंग भारतीय रसोई का सिर्फ एक ज़ायकेदार मसाला ही नहीं बल्कि यह घरेलू नुस्खों में काफी प्रयोग की जाती है। फ़िर चाहे वो सर्दी खांसी हो, दांत का दर्द हो या शुगर लेवल नियंत्रित करना। लौंग के कई हेल्थ बेनेफिट्स में एक शुगर लेवल पर नियंत्रण भी शामिल है, तो आइए इस ब्लॉग में जाने डायबिटीज़ रोगी कैसे करें लौंग का सेवन जिससे ब्लड शुगर नियंत्रित रहे।
लौंग या साइजीगियम एरोमैटिकम, मूल रूप से अलग-अलग सुगंध वाली फूलों की कलियां हैं जो सदाबहार पेड़ों से मिलती है। ये सूखे फूलों की कलियाँ सबसे पहले चीन में उगाई गई जहां से यह यूरोप और एशिया में पहुंची। लौंग के कई फायदे है जो मसाले और दवा दोनों में गिने जाते हैं। इसके महत्वपूर्ण स्वास्थ्य लाभ हैं लिवर हेल्थ और शरीर में शुगर लेवल्स को सामान्य करना। यह कई तरह की रेसिपी में स्वाद बढ़ाने और गर्म पेय जैसे चाय आदि में भी डाली जाती है। इसकी तासीर गर्म होती है इसलिए इसे अत्यधित नहीं खाना चाहिए।
लौंग क्या है ?
लौंग के पेड़ की सूखी हुईकलियों को हे लौंग कहते है। लौंग एक प्रमुख मसाला है जिसका उपयोग दुनिया भर में खाना पकाने के कई तरीकों में किया जाता है। भारत में, यह एक घरेलू उपचार है जो कई स्वास्थ्य स्थितियों को ठीक कर सकता है। इसमें एक तेज़ सुगंध होती है और इसका स्वाद भी कुछ चरका होता है। भोजन को एक अलग स्वाद देने के लिए इसका उपयोग किया जाता है। गहरे भूरे रंग की ये कलियां कई व्यंजनों जैसे करी, कुकीज़, ब्रेड आदि को तीखापन देती हैं। इसे लौंग पाउडर या पूरी कली के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है। यह अन्य मसालों या जड़ी-बूटियों जैसे दालचीनी और जायफल के समान होती है। आप विभिन्न दादी के नुस्खे में इसका नाम सुन सकते हैं। इसकी तासीर गर्म होती है इसलिए इसका प्रयोग सर्दियों में सर्दी और गले की खराश को ठीक करने के लिए किया जाता है।
लौंग का पोषण मूल्य (Nutritional Value of Clove)
लौंग विटामिन, खनिज और फाइबर जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होती है। यह पोषक तत्वों का एक अच्छा स्रोत है और किसी भी व्यंजन के स्वाद को बढ़ाता है।
आइए जानें 2 ग्राम पिसी हुई लौंग में मौजूद कई पोषक तत्व और उनकी मात्रा:
लौंग का पोषण मूल्य | ||||
---|---|---|---|---|
पोषक तत्व (प्रति 2 ग्राम) | मात्रा | |||
कैलोरी | 6Kcal | |||
कार्बोहाइड्रेट | 1 ग्राम | |||
फाइबर | 1 ग्राम | |||
शुगर | 1 ग्राम से कम | |||
मेंगनीज़ | 55% (दैनिक मात्रा की) | |||
विटामिन के | 2% (दैनिक मात्रा की) |
लौंग में अधिक मात्रा में मैंगनीज होता है जो मस्तिष्क और हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए एक आवश्यक मिनरल है।
इन पोषक तत्वों के अलावा, यह पोटेशियम, विटामिन के, बीटा कैरोटीन, आयरन, कैल्शियम और यूजेनॉल का भी एक समृद्ध स्रोत है। यह कैलोरी में कम है और इसमें कुछ खनिजों की उचित मात्रा होती है।
लौंग का ग्लाइसेमिक इंडेक्स और ग्लाइसेमिक लोड (Glycemic Index of Clove)
लौंग लो-कैलोरी, लो-कार्ब फूड है जिसमें लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है। इसका जीआई 30 है। लौंग ब्लड शुगर के लिए अच्छी होती है क्योंकि इनका जीआई और जीएल दोनों ही कम होता है। इसका ग्लाइसेमिक लोड 1.2/250 है जो बहुत कम है।
लौंग के उपयोग के फायदे
1. लौंग गैस और कब्ज की परेशानी से राहत दिलाता है। इसके लिए सुबह खाली पेट एक ग्लास पानी में लौंग के तेल की कुछ बूंदे डालकर पिएं। आप चाहे तो साबुत लौंग चबाकर भी इसके फायदे उठा सकते हैं।
2. पायरिया की परेशानी से भी ये राहत दिलाने में असरदार होता है। अगर आपके मुंह से भी बदबू आती है, तो करीब दो महीने तक लगातार सुबह के वक्त साबुत लौंग का सेवन करें। आप चाहें तो तीन-चार लौंग आधा कप पानी में डालकर उबाल लें। इससे आप हर रोज सुबह गरारा करके कुल्ला करें।
3. लौंग में मौजूद विटामिन के और जिंक, कॉपर और मैग्नेशियम जैसे मिनरल्स डायबिटीज की परेशानी कंट्रोल करने में मदद करते हैं। इससे आपके शरीर में शुगर लेवल कंट्रोल होता है। एक गिलास गर्म पानी में 3-4 लौंग 15 मिनट डालकर रखें। इसके बाद इस पानी को पी लें। हर सुबह ऐसा करें।
लौंग में नाइजेरिसिन नामक तत्व होता है, जो डायबिटिक रोगी में रक्त शर्करा के स्तर को सही रखते हैं। तत्व खून से अवशोषित करने के लिए कोशिकाओं की क्षमता और इंसुलिन का उत्पादन करने की क्षमता भी बढ़ाता है, जिससे डायबिटीज कंट्रोल में रहती है।
4. सिरदर्द की परेशानी से भी लौंग आराम दिलाता है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट, एंटीफंगल और एंटीवायरल प्रोपर्टी इस समस्या को खत्म करने में असरदार होती है। 4-5 लौंग लें और इसे पीसकर साफ रुमाल में रखें और सूंघें। इसे थोड़ी-थोड़ी देर में सूंघते रहें। इसे आप चुटकीभर कपूर और नारियल तेल संग मिलाकर सिर की मालिश कर सकते हैं।
5. मुंह के छाले खत्म करने में भी लौंग असरदार होता है। 2 लौंग को हल्का भूनकर मुंह में करीब 10 मिनट तक रखें। लार बाहर थूकते रहें।
6. गर्दन दर्द की परेशानी से आराम पाने के लिए 2 लौंग को पीस लें। इसे एक कटोरी सरसों तेल में मिलाकर हल्के हाथों से गर्दन की मालिश करें।
लौंग और डायबिटीज़ (Clove and Diabetes)
इसके एंटीसेप्टिक गुणों के साथ, लौंग डायबिटीज़ में एंटीइंफ़्लेमेट्री और पाचन संबंधी लाभ प्रदान करती है। लौंग ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रण में रखने में भी मदद करती है और इंसुलिन उत्पादन को बढ़ावा देती है, जिससे डायबिटीज़ को नियंत्रित किया जा सकता है। जर्नल नेचुरल मेडिसिन के एक अध्ययन में आनुवंशिक रूप से डायबिटिक चूहों पर लौंग के हाइपोग्लाइसेमिक प्रभावों की जांच की गई और पाया गया कि इसका अर्क इंसुलिन के स्राव को बढ़ाने और इंसुलिन उत्पन्न करने वाली कोशिकाओं के कार्य में सुधार करने में मदद करता है।
लौंग औषधीय गुणों से भरपूर होने के साथ ही सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होती है। इसके सेवन से सर्दी, खांसी, सिरदर्द आदि कई बीमारियों से छुटकारा मिलता है। लौंग में ऐसे गुणकारी गुण भी होते हैं जो ब्लड में ग्लूकोज के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। हालांकि इसे इस्तेमाल करने से पहले एक बार डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
इंसुलिन एक हार्मोन है जो आपके ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रण में रखने में मदद करता है। डायबिटीज़ रोगियों में, इंसुलिन हार्मोन अक्सर बिगड़ा हुआ होता है, यही कारण है कि सिस्टम के लिए यह प्रोसेस करना मुश्किल हो जाता है कि कितनी चीनी की शरीर को ज़रूरत है और कितनी अतिरिक्त चीनी है। लौंग का तेल इंसुलिन के स्तर को बनाए रखने में भी मदद करता है। लौंग के तेल का सेवन करने से भोजन के बाद इंसुलिन और ग्लूकोज प्रतिक्रिया तंत्र या ग्लुकोज़ रेस्पॉन्स मेकेनिज़्म में काफी सुधार होता है।
लौंग कैसे काम करती है? (How does the Clove Work in Human Body?)
वैज्ञानिकों ने सप्लीमेंट के सेल-स्तरीय प्रभावों का अध्ययन करने के लिए सेल (कोशिका) कल्चर में पॉलीफेनोल-युक्त लौंग का अर्क या एक्सट्रेक्ट मिलाया। इसमें पाया गया की लौंग का अर्क तीन अलग-अलग तरीकों से काम करता है, यह मांसपेशियों या मसल्स की कोशिकाओं में ग्लुकोज़ के अपटेक को 63% तक बढ़ा देता है जो मेटाबोलिज़्म को बढ़ा कर ब्लड सर्कुलेशन से शुगर को बाहर कर देता है। यह लिवर सेल्स में ग्लुकोज़ के बनने को रोकती हैं जहां से ज़्यादातर शरीर में शुगर रीलीज़ होती है जिसे ग्लूकोनोजेनेसीस कहा जाता है। यह इस प्रक्रिया को रोकती या कम करती है। यह दो पाचक एंजाइमों (अल्फा-ग्लूकोसिडेस और अल्फा-एमाइलेज) को इनहिबिट या रोकती है जो सुक्रोज (टेबल शुगर) और स्टार्च जैसे यौगिकों से ग्लूकोज निकालते हैं।
इन निष्कर्षों से पता चलता है कि यह लौंग का अर्क कई तरह से डायबिटीज़ मरीज़ों को फायदा देता है: सामान्य और प्रीडायबेटिक लोगों में भोजन के बाद ब्लड शुगर स्पाइक्स से बचाव करता है। प्रीडायबिटीज में फास्टिंग ग्लूकोज को कम करता है। मांसपेशियों की कोशिकाओं द्वारा ग्लूकोज की खपत या उपयोग को बढ़ाता है। लौंग के अर्क का ब्लड शुगर पर तत्काल और स्थायी प्रभाव पड़ता है।
वे आंत से ग्लूकोज के अवशोषण को धीमा करता हैं, लिवर में नए ग्लूकोज उत्पादन को कम करता हैं, और मांसपेशियों की कोशिकाओं द्वारा ग्लूकोज की खपत को बढ़ावा देता हैं – यह सभी क्रियाएं ब्लड शुगर लेवल को कम करने में मदद करती हैं।
एंटीऑक्सीडेंट (Antioxidant)
लौंग एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है जो कई क्रोनिक हेल्थ कंडिशन्स के इलाज में मदद करती है। एंटीऑक्सिडेंट ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने में मदद करते हैं जो हृदय रोग, कैंसर और डायबिटीज़ जैसी पुरानी या क्रोनिक बीमारियों को रोकता है। लौंग यूजेनॉल से भरपूर है जो एक प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट है। यह किसी भी अन्य एंटीऑक्सीडेंट की तुलना में फ्री रेडिकल्स से 5 गुना अधिक लड़ता है। यह सेल डेमेज को रोकता है और कई बीमारियों के विकास को रोकता है।
अपने आहार में अन्य एंटीऑक्सीडेंट युक्त खाद्य पदार्थों के साथ लौंग को शामिल करने से आपका स्वास्थ्य बेहतर हो सकता है।
लौंग के औषधीय गुण
लौंग में बहुत सारे पोषक तत्व होते है जो सेहत के साथ-साथ त्वचा के लिए भी फायदेमंद होते हैं। 2 ग्राम लौंग में 21 कैलोरी, 1 ग्राम कार्बोहाइड्रेट्स, 1 ग्राम फाइबर, 30 % मैग्नीज, 4 % विटामिन K और 3 % विटामिन C पाया जाता है। इसके अलावा इसमें कैल्शियम, मैग्नीशियम और विटामिन ई जैसे पोषक तत्व भी पाए जाते हैं। लौंग की तासीर गर्म होती है इसलिए इसका सेवन कई समस्याओ से छुटकारा दिलाता है।