क्या मधुमेह के रोगियों को हो सकता है पैरो का रोग ?
क्या मधुमेह के रोगियों को हो सकता है पैरो का रोग ?
यदि आप के पैरो में कुछ दिनों से समस्याए आ रही है तो हो सकता है कि आप के पैरो में डायाबिटीक फूट हो , मधुमेह की सामान्य, महंगी और गंभीर जटिलताओं में से एक है डायबिटिक फुट। मधुमेह के साथ लोगों में कम है, जबकि लोगों की तुलना में दस से बीस गुना अधिक है और यह अनुमान लगाया गया है कि प्रत्येक कम से कम सेकंड या एक निचले अंग का एक हिस्सा मधुमेह के परिणामस्वरूप दुनिया के भीतर कहीं खो जाता है। अगर आपको शुगर की समस्या है और हाथ-पैरों में झुनझुनी, चुभन, सुन्नपन जैसी तकलीफ हो रही है, तो इसे अनदेखा न करें। क्योंकि ये डायबिटिक नर्व डैमेज के संकेत हैं। डायबिटीज में तंत्रिकाओं को नुकसान पहुंचने के कारण ऐसा होता है।
डायबिटीज ऐसी बीमारी है, जो न केवल ब्लड शुगर में उतार-चढ़ाव का कारण बनती है बल्कि अन्य बीमारियों को भी जन्म देती है। इसमें ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है। समय के साथ ये बढ़ा हुआ शुगर लेवल नसों को बेहद नुकसान पहुंचाता है। जिससे डायबिटिक नर्व डैमेज का खतरा बढ़ जाता है। स्तब्ध हो जाना, हाथ पैर में झुनझुनी के साथ दर्द होना इस स्थिति के मुख्य संकेत हैं। इस स्थिति के लक्षणों को अगर समय रहते पहचान लिया जाए, तो गंभीर परिणामों को रोकने में मदद मिल सकती है। यदि आप डायबिटीज के मरीज हैं और इनमें से किसी एक का भी अनुभव करते हैं, तो जरा भी देर न करते हुए सीधे डॉक्टर से संपर्क करें। तो चलिए आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताते हैं डायबिटिक नर्व डैमेज व डायबिटिक न्यरोपैथी क्या है और इसे किस तरह से मैनेज किया जा सकता है।
मधुमेह (Diabetes) वाले लोगों के लिए पैरों की देखभाल बहुत जरूरी है। डायबिटीज (Diabetes) पैरों की नसों और खून के दौरे को काफी प्रभावित कर सकती है, जिससे घाव (अल्सर) हो सकते हैं। पैरों में खून का संचार कम होने से भी संक्रमण के कारण पैरों में गंभीर घाव हो सकते हैं और पैर काटने की नौबत भी आ सकती है।
दर्द, झुनझुनाहट, जलन, सुन्न होना डायबिटीज के लक्षण
पैरों की देखभाल बहुत जरूरी है, खासकर उन लोगों के लिए जो मधुमेह (Diabetes) से पीड़ित रहे हैं,” चेन्नई के डॉ. मोहन डायबिटीज स्पेशलिटीज सेंटर के चेयरमैन डॉ. वी मोहन ने कहा, “नसों को नुकसान पहुंचना कभी पता नहीं चलता है। अगर आपको अपने पैर की उंगलियों, पैरों या पिंडलियों में किसी भी तरह का बदलाव (दर्द, झुनझुनाहट, जलन, सुन्न होना आदि) महसूस हो तो अपने डॉक्टर से सलाह लें।
- स्पर्श संवेदनशीलता
- जलन और दर्द होना
- झुनझुनी या सनसनी होना
- मांसपेशियों का कमजोर होना
- अपच, मतली और उल्टी
- खड़े होने पर अचानक से चक्कर आना
- पसीना आना
- पेशाब करने में समस्या होना
- शरीर का कोई हिस्सा सुन्न होना
- हार्ट रेट बढऩा
शुगर बढ़ने से भी पैरों में आ सकते हैं छाले
आम तौर पर, पैर के अल्सर की विशेषता त्वचा में दरार या गहरे घाव से होती है। डायबिटिक फुट अल्सर एक खुला घाव है जो मधुमेह के लगभग 15 प्रतिशत रोगियों को होता है। यह मुख्य रूप से पैर के तलवे पर पाया जाता है।
डायबिटीज में होती है एथलीट फुट की समस्या
मधुमेह कॉर्न्स और कॉलस का कारण बन सकता है
कॉर्न्स पैर के अंगूठे के बोनी क्षेत्र के पास या पैर की उंगलियों के बीच कठोर त्वचा का एक निर्माण होता है, वहीं, कैलस पैर के नीचे की कठोर त्वचा के निर्माण को कहते हैं। कॉलस आमतौर पर खराब फिटिंग वाले जूते या त्वचा की समस्या के कारण होते हैं, जबकि कॉर्न जूते के दबाव के कारण होते हैं।
शुगर बढ़ने से नाखूनों में हो सकता है इंफेक्शन
मधुमेह वाले लोगों को भी ऑनिकोमाइकोसिस नामक फंगल संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है, जो आमतौर पर पैर की उंगलियों को प्रभावित करता है। इससे नाखून फीके पड़ (पीले-भूरे या अपारदर्शी), मोटे और भंगुर हो जाते हैं। अन्य मामलों में, नाखून उखड़ सकता है।
डायबिटीज में गैंग्रीन की समस्या है आम
मधुमेह रक्त वाहिकाओं को प्रभावित करता है जो आपकी उंगलियों और पैर की उंगलियों को रक्त और ऑक्सीजन की आपूर्ति करते हैं। गैंग्रीन तब होता है जब रक्त प्रवाह बंद हो जाता है और ऊतक मर जाते हैं।