September 16, 2024

डायबिटीज का स्तर सुबह के समय मिनटों में क्यों बढ़ जाता है?

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नीद

मधुमेह के साथ रहने के मामले में, ये उतार-चढ़ाव कुछ समय के लिए मुश्किल हो सकते हैं। इन अवसरों का प्रचार करने वाले कारकों को बेहतर तरीके से समझकर, आप दीर्घकालिक रूप से अपनी स्थिति के साथ महत्वपूर्ण प्रभावों की एक महत्वपूर्ण संख्या से रणनीतिक दूरी बनाए रख सकते हैं।

क्‍या आपको भी सुबह-सुबह ब्‍लड शुगर लेवल बढ़ने के लक्षण महसूस होते हैं? रात को सोने के दौरान शरीर में कई बदलाव और र‍िएक्‍शन होते हैं ज‍िनमें से एक है डॉन फिनोमिनो (Dawn Phenomenon)। डायब‍िटीज के मरीजों में ब्‍लड शुगर लेवल प्रभाव‍ित होने के कारण ये स्‍थ‍ित‍ि बनती है। टाइप 1 और टाइप 2 प्रकार के दोनों ही मरीज इस समस्‍या से प्रभाव‍ित हो सकते हैं। आपको बता दें क‍ि रात को सोते समय शरीर में इंसुल‍िन की मात्रा बहुत कम हो जाती है। अगर मरीज ने दवा लेने में लापरवाही की है, तो सुबह ब्‍लड शुगर लेवल का स्‍तर बढ़ सकता है।

डॉन फिनोमिनो क्या है?

आसान भाषा में समझें, तो सुबह के वक्‍त ब्‍लड शुगर लेवल बढ़ना डॉन फ‍िनोम‍िनो है। सुबह आराम से उठने के ल‍िए शरीर को पर्याप्‍त ऊर्जा की जरूरत होती है। शरीर ग्‍लूकोज का इस्‍तेमाल करके ऊर्जा इकट्ठा करता है। सुबह उठने से पहले शरीर अगले द‍िन के ल‍िए ग्‍लूकोज को र‍िलीज करना शुरू कर देता है। इसी समय शरीर हार्मोन्‍स को भी न‍िकालना शुरू कर देता है। इस दौरान ब्‍लड शुगर का स्‍तर बढ़ सकता है। इसी समस्‍या को डॉन फिनोमिनो का नाम द‍िया गया है।

सुबह-सुबह ब्‍लड शुगर का स्‍तर बढ़ने के लक्षण

  • सुबह के समय ब्‍लड शुगर लेवल बढ़ने से चक्‍कर आ सकते हैं।
  • इस दौरान व्‍यक्‍त‍ि को मतली या उल्‍टी आ सकती है।
  • मरीज को बेहोशी या कमजोरी महसूस हो सकती है।
  • ब्‍लड शुगर का स्तर बढ़ने से व्‍यक्‍त‍ि को धुंधला द‍िखाई देगा।
  • थकान होना या ज्‍यादा प्‍यास लगना भी ब्‍लड शुगर लेवल बढ़ने के लक्षण हैं।

डॉन फिनोमिनो के कारण

  • रात को सोने से पहले कॉर्ब्स की ज्‍यादा मात्रा लेने से सुबह ब्‍लड शुगर लेवल अचानक बढ़ सकता है।
  • पीर‍ियड्स के दौरान हार्मोनल बदलाव होते हैं, इस दौरान भी ब्‍लड शुगर का स्‍तर बढ़ सकता है।
  • हार्मोन्‍स की दवा के कारण ब्‍लड शुगर का स्‍तर बढ़ सकता है।
  • डायब‍िटीज की दवा न लेने के कारण भी ब्‍लड शुगर लेवल सुबह-सुबह बढ़ सकता है।
    • रात के खाने के तुरंत बाद सोने की गलती न करें। कुछ देर टहलें और हल्‍का व्‍यायाम करें।
    • समय-समय पर ब्‍लड शुगर लेवल की जांच करें और दवाओं की सही खुराक लेना न भूलें।
    • सुबह उठकर नाश्‍ता करना न भूलें। द‍िन का पहला आहार सबसे ज्‍यादा महत्‍वपूर्ण होता है। इससे ब्‍लड शुगर का सही स्‍तर बना रहता है।
    • ब्‍लड शुगर का स्‍तर अचानक बढ़ने से रोकने के ल‍िए इंसुल‍िन पंप का इस्‍तेमाल करें।
    • द‍िन के समय शारीर‍िक रूप से एक्‍ट‍िव रहें। कसरत करें ताक‍ि ब्‍लड शुगर लेवल को संतुलि‍त क‍िया जा सके।
    • रात को सोने से पहले मीठी चीजों का सेवन करने से बचें। इससे ब्‍लड शुगर का स्‍तर दोगुना हो जाता है।

      डॉन फिनोमिनो से कैसे बचें?-

      डॉन फोनोमेनन से बचने के ल‍िए न‍िम्‍न उपायों की मदद ले सकते हैं-

ब्लड शुगर के उतार-चढ़ाव के पीछे कुछ मुख्य कारण हैं: भोजन के दौरान आपका रक्त शर्करा बढ़ जाएगा क्योंकि आप जिन खाद्य पदार्थों का सेवन करते हैं वे चयापचय होते हैं और रक्तप्रवाह में प्रवेश करते हैं। शारीरिक या भावनात्मक तनाव हार्मोन की रिहाई को ट्रिगर करता है जो उच्च रक्त शर्करा के स्तर का कारण बन सकता है।

यदि आपको मधुमेह है, लेकिन बहुत अधिक व्यायाम करने से आपके रक्त शर्करा में नाटकीय रूप से कमी आ सकती है। महिलाओं के लिए, मासिक धर्म और रजोनिवृत्ति हार्मोनल परिवर्तन का कारण बनते हैं जो रक्त शर्करा के स्तर को प्रभावित करते हैं। तनाव, बीमारी, चोट के कारण आपका ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है।

डायबिटीज वाले कई लोग डाइट ड्रिंक्स के लिए नियमित सोडा या जूस के विकल्प के रूप में पहुंचते हैं क्योंकि वे मानते हैं कि शुगर-फ्री पेय पदार्थ आपके ब्लड शुगर को नहीं बढ़ाते हैं।स्टेरॉयड (सूजन की स्थिति, ऑटोइम्यून विकारों और अस्थमा का इलाज करने के लिए उपयोग किया जाता है), जो रक्त शर्करा को नाटकीय रूप से शूट करने का कारण बन सकता है।

पर्याप्त नींद न लेना शरीर पर पुराने तनाव का एक रूप है, और जब भी आपने तनाव जोड़ा है, तो आपको उच्च रक्त शर्करा का स्तर होने वाला है।  उच्च तापमान के कारण रक्त वाहिकाएं फैल जाती हैं, जिससे इंसुलिन अवशोषण बढ़ सकता है और संभावित रूप से निम्न रक्त शर्करा हो सकता है।

आपके लिए आवश्यक उतार-चढ़ाव से बचने के लिए: आप समस्या की पहचान करने के लिए अपने डॉक्टर या मधुमेह शिक्षक के साथ काम करना चाहते हैं ताकि  आप इसे ठीक करने के लिए कदम उठा सकें।  लगातार नींद की दिनचर्या में शामिल होने से आपके संपूर्ण स्वास्थ्य में सुधार होगा, और आप रक्त शर्करा में एक सूक्ष्म सुधार देख सकते हैं

साबुत अनाज उत्पादों का सेवन इन उतार-चढ़ाव को ठीक करने के लिए अच्छा है। दिन के सबसे गर्म हिस्से के दौरान घर के अंदर रहने की कोशिश करें, और जब पारा बढ़ना शुरू हो जाए तो परिवर्तनों के लिए अपने रक्त शर्करा की बारीकी से निगरानी करें।

यदि आप इंसुलिन लेते हैं और आप समय क्षेत्र को शिफ्ट कर रहे हैं, तो अपनी यात्रा से पहले अपनी मधुमेह देखभाल टीम के साथ एक दवा अनुसूची पर काम करना सुनिश्चित करें ताकि आप किसी भी खुराक को गलत न समझें।  रात में बहुत अधिक इंसुलिन या दवा लेना या शाम को पर्याप्त नहीं खाना।

सुबह ब्लड शुगर बढ़ने से शरीर में कई तरह की परेशानियां पैदा होने लगती हैं। आपको बहुत थकान महसूस होती है और शरीर एक्टिव नहीं रह पाता है। सुबह ब्‍लड शुगर लेवल हाई होने के कई कारण हो सकते हैं। मॉर्न‍िंग ब्‍लड शुगर का मतलब जब आप सोकर उठते हैं और फास्टिंग के जरिए जो ब्लड शुगर की जांच होती है। इससे पता चलता है कि रात में आपके शरीर ने ब्‍लड शुगर को क‍ैसे कंट्रोल क‍िया है। सुबह के समय जिन लोगों का शुगर लेवल हाई होता है उसके पीछे की वजह डाइट और लाइफस्टाइल को भी माना जाता है।

ऐसे लोगों के शरीर में ज्यादा तनाव पैदा होता है जिसकी वजह से स्‍ट्रेस बढ़ाने वाला हार्मोन कोर्टि‍सोल ज्यादा पैदा होने लगता है। ऐसी स्थिति में सुबह ब्‍लड शुगर लेवल हाई रहता है। कई बार समय पर डायब‍िटीज की दवाएं न लेने से भी ब्‍लड शुगर हाई हो जाता है। अच्छी नींद न आए तो सुबह ब्‍लड शुगर लेवल बढ़ सकता है। 

इन आसान ट‍िप्‍स की मदद से सुबह ब्‍लड शुगर लेवल बढ़ने की समस्‍या से बच सकते हैं।

  1. एक्‍सरसाइज- जो लोग फिजिकली एक्टिव नहीं रहते हैं सुबह उनका ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है। वहीं एक्‍सरसाइज करने वाले का ब्‍लड शुगर लेवल कंट्रोल रहता है। इसलिए आपको नियमित रूप से वॉक, रनिंग, जॉगिंग या किसी भी तरह की कार्डियो एक्सरसाइज जरूर करनी चाहिए। इससे फास्‍ट‍िंग ब्‍लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है।
  2. देर रात खाना- जो लोग देर रात तक खाना खाते हैं या फिर रात में उठकर कुछ भी खा लेते हैं उनका ब्‍लड शुगर लेवल सुबह हाई हो सकता है। वहीं जिन लोगों को रात में देर तक जागने की आदत होती है उन्हें देर से खाने की भी आदत हो जाती है। ऐसे लोगों में सुबह ब्‍लड शुगर लेवल बढ़ने की संभावना ज्यादा रहती है। ब्‍लड शुगर काबू में रखना है तो रात में 8-9 बजे तक ड‍िनर जरूर कर लें।
  3. खाने और सोने के बीच अंतर- ज्‍यादातर लोग खाना खाने के तुरंत बाद सो जाते हैं। जो सेहत के लिए हानिकारक है। खाने और सोने के बीच आपको कम से कम 2-3 घंटे का अंतर जरूर रखना चाहिए। कोशिश करें कि डिनर के बाद कुछ देर वॉक करें। रात में ज्यादा मीठी चीजों को खाने से बचना चाह‍िए।
  4. वजन कंट्रोल करें- सुबह के वक्त ब्‍लड शुगर लेवल को कंट्रोल रखना है तो इसके लिए वजन को काबू करना जरूरी है। वेट कंट्रोल के लिए हार्मोन्‍स का सही बैलेंस करना जरूरी है। इससे ब्‍लड ग्‍लूकोज का लेवल भी काबू में रहता है। हार्मोन्‍स के बिगड़ने से शुगर, ब्लड प्रेशर और स्‍ट्रेस लेवल बढ़ने लगता है।

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